ऋण नियंत्रण किसे कहेते है (मतलब, परिभाषा)

✎ Written By

Sahil Malik

Sahil Malik

Financial Writing Head

मैं एक कंटेंट क्रिएटर और यूट्यूबर हूं. मैं पिछले 6 सालों से ब्लॉगिंग सेक्टर में काम कर रहा हूं. मैंने अपने ब्लॉगिंग करियर की शुरुआत 13 नवंबर 2019 को की थी. इसके बाद मैंने ब्लॉगिंग के बारे में सीखना शुरू कर दिया था. मैं 22 मार्च 2020 से फुल टाइम Content Writing का काम कर रहा हूं. मैंने अभी तक 1500 से भी ज्यादा ब्लॉग पोस्ट को लिखा है.

✓ Reviewed By

Rajesh Kumar

Rajesh Kumar

Chief Financial Officer

मै 7 साल से CFO के रूप में काम कर रहा हूँ, मैं financial strategy, budgeting, और growth की देखरेख करता हूँ, financial health को सुनिश्चित करता हूँ, resources का optimization करता हूँ, और transparent और efficient management के जरिए sustainable success को drive करता हूँ।

whatsapp icon WhatsApp Group Follow US

ऋण नियंत्रण को हम इस तरह से परिभाषित कर सकते है की इसका उपयोग सरकारें और केंद्रीय बैंक ऋण के प्रवाह को नियंत्रित करने के लिए करती हैं।

ऋण नियंत्रण का सीधा यही मतलब है की इस से ऋण को अपने नियंत्रण में रखा जा सके.

जिनमे ये कार्य मुख्य रूप से सामिल है:

1. ब्याज दरों को नियंत्रित करना: ब्याज दरों को बढ़ाकर या घटाकर, सरकारें और केंद्रीय बैंक देश में एक नियत्रित मात्रा में पैसे के भाहाव को नियत्रित करती है।

2. ऋण की मात्रा को नियंत्रित करना: ऋण की मात्रा को सीमित करके, सरकारें और केंद्रीय बैंक रूपए के प्रवाह को नियंत्रित कर सकती हैं।

3. ऋण के उद्देश्यों को नियंत्रित करना: ऋण के खर्च को नियत्रित करके, सरकारें और केंद्रीय बैंक यह सुनिश्चित कर सकती हैं कि ऋण का उपयोग उचित उद्देश्यों के लिए किया जा रहा है।

आपको यह पोस्ट केसी लगी?
+1
0
+1
0
+1
0
+1
0
+1
0

Search Any Query Here:

Leave a Comment

x

Subscribe For Latest Updates

Copy Not Allowed