क्रेडिट स्कोर क्या है और क्रेडिट रिपोर्ट कैसे चेक करें 2024

What Is Credit Score And How To Check Credit Report : क्रेडिट स्कोर एक 3 अंकों की संख्या होती है और क्रेडिट रिपोर्ट के माध्यम से आप अपने क्रेडिट कार्ड लोन बैंकिंग रिकॉर्ड के इतिहास के बारे में जानकारी पता कर सकते हैं कि आपने कहां से लोन लिया है आप पर कितना लोन चल रहा है और जो आपने लोन लिया है उसकी कितनी पेमेंट कर दी है.

credit score kya hai aur credit report kaise check kare

इस आर्टिकल के माध्यम से क्रेडिट स्कोर क्या होता है और क्रेडिट रिपोर्ट को कैसे चेक कर सकते हैं इसके बारे में स्टेप बाय स्टेप कंप्लीट जानकारी दी जाएगी.

पोस्ट मुख्य हैडलाइन 👉

क्रेडिट रिपोर्ट क्या होती है?

जब हम किसी भी तरह का लोन लेते हैं या क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल करते हैं तो ऐसे में हमारी फाइनेंस गतिविधियों का रिकॉर्ड बनता है इस रिकॉर्ड को ही क्रेडिट रिपोर्ट कहा जाता है. इस रिपोर्ट में हमारी सभी ट्रांजैक्शन शामिल होती है जैसे कि किसी लोन या क्रेडिट कार्ड के लिए आवेदन किया गया है, उसका भुगतान कितने समय तक किया जाना है और भुगतान समय पर हुआ है या फिर नहीं, इसके साथ ही हमारा क्रेडिट स्कोर भी बनता है जो हमारी वित्तीय गतिविधियों के आधार पर निर्धारित किया जाता है.

आजकल किसी भी तरह की फाइनैंशल सेवा का लाभ लेने के लिए क्रेडिट स्कोर और क्रेडिट रिपोर्ट बहुत महत्वपूर्ण होते हैं. इसकी मदद से आप अपनी वित्तीय स्थिति के बारे में अच्छे तरह से समझ सकते हैं और अपने क्रेडिट स्कोर को भी बढ़ा सकते हैं. इसलिए यदि आप अपनी क्रेडिट स्कोर और क्रेडिट रिपोर्ट की जानकारी जानना चाहते हैं तो ऐसे में आप क्रेडिट ब्यूरो की वेबसाइट या फिर मार्केटप्लेस वेबसाइट जैसे गूगल पे, बैंकबाजार, पैसाबाजार, बजाज फिनसर्व जैसी वेबसाइट का उपयोग कर सकते हैं.

Note: ये वेबसाइट आपको फ्री में सिबिल स्कोर चेक करने की सुविधा देती है,कुछ वेबसाइट पर शुल्क भी शामिल होता है.

क्रेडिट रिपोर्ट चेक करने के लिए क्या-क्या डॉक्यूमेंट लगते हैं?

क्रेडिट रिपोर्ट चेक करने के लिए आपको निम्नलिखित दस्तावेजों की आवश्यकता होती है।

दस्तावेज़डिटेल
आधार कार्डआधार कार्ड एक अनिवार्य दस्तावेज है जो आपकी पहचान प्रमाणित करता है.
पैन कार्डआपके पैन कार्ड की कॉपी भी आवश्यक होती है। (क्रेडिट रिपोर्ट पता करने के लिए यह सबसे अधिक महत्वपूर्ण डॉक्यूमेंट है.)
मोबाइल नंबरक्रेडिट रिपोर्ट पता करने के लिए ओटीपी वेरिफिकेशन की आवश्यकता होती है इसके लिए आपके पास में आधार लिंक मोबाइल नंबर होना जरूरी है.
ईमेल आईडीआप क्रेडिट रिपोर्ट को डाउनलोड करने के लिए एक वैलिड ईमेल आईडी का होना भी जरूरी है.
3 महीने का बैंक स्टेटमेंटबैंक और फाइनेंस कंपनी से ऑफलाइन क्रेडिट रिपोर्ट प्राप्त करने के लिए 3 महीने का बैंक स्टेटमेंट की भी आवश्यकता पड़ती है.
एक कैंसिल चेककुछ बैंक और फाइनेंस कंपनी क्रेडिट रिपोर्ट तैयार करने के लिए एक कैंसिल चेक की भी मांग कर सकते हैं क्योंकि कैंसिल चेक पर आपके अकाउंट नंबर आईएफएससी कोड और सिग्नेचर जैसे जानकारी शामिल होती है.

नोट: यहां पर दिए गए डॉक्यूमेंट आपकी पर्सनल जानकारी और आर्थिक जानकारी को वेरिफिकेशन करने में मदद करते हैं ताकि क्रेडिट ब्यूरो आपकी क्रेडिट रिपोर्ट की सही जानकारी प्रदान कर सके.

क्रेडिट रिपोर्ट चेक करने के लिए क्या-क्या एलिजिबिलिटी क्राइटेरिया लगता है?

क्रेडिट रिपोर्ट चेक करने के लिए निम्नलिखित एलिजिबिलिटी क्राइटेरिया को फॉलो करना होता है. यहां पर हमने कुछ नियम और शर्तें बताएं हैं जब आप क्रेडिट रिपोर्ट को चेक करेंगे तो इनका इस्तेमाल किया जाएगा.

उम्रआपकी उम्र कम से कम 21 वर्ष होनी चाहिए।
क्रेडिट रिपोर्ट का पताआपको अपने नाम के साथ अपनी सही पता और पिन कोड प्रदान करना होगा.
पहचान पत्रआपके पास एक आधार कार्ड या वोटर आईडी कार्ड जैसे किसी भी सरकारी पहचान पत्र की आवश्यकता होगी.
क्रेडिट ब्यूरो पर खाताआपके पास किसी एक या एक से अधिक क्रेडिट ब्यूरो पर खाता होना चाहिए.
वैध ईमेल आईडीआपको अपनी वैध ईमेल आईडी प्रदान करनी होगी, जिसे आप रिपोर्ट के लिए उपयोग करेंगे.
पैसेकुछ क्रेडिट ब्यूरो रिपोर्ट देखने के लिए एक निशुल्क देखने का विकल्प उपलब्ध होता है लेकिन अधिकांश मामलों में आपको रिपोर्ट देखने के लिए एक शुल्क देना होगा.

यदि आप उपरोक्त एलिजिबिलिटी क्राइटेरिया को पूरा करते हैं, तो आप अपनी क्रेडिट रिपोर्ट चेक कर सकते हैं।

क्रेडिट रिपोर्ट क्यों महत्वपूर्ण होता है?

क्रेडिट रिपोर्ट बहुत महत्वपूर्ण होती है क्योंकि इसके माध्यम से आप अपनी फाइनेंस स्थिति की जांच कर सकते हैं और क्रेडिट वॉर्थिनेस को जांचने के लिए इसका उपयोग कर सकते हैं. जब आप किसी बैंक या फाइनेंस कंपनी से क्रेडिट कोर को चेक करने की रिक्वेस्ट देते हैं तो क्रेडिट रिपोर्ट के माध्यम से वह पता लगा पाती है कि आप को लोन मिल पाएगा या फिर नहीं इसलिए क्रेडिट रिपोर्ट आपके वित्त स्थिति को समझने में और सही निर्णय लेने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है.

क्रेडिट स्कोर कैसे चेक करें

क्रेडिट स्कोर को इसकी ऑफिशयल वेबसाइट पर रजिस्ट्रेशन करके आसानी से चेक किया जा सकता है. इसके अलावा आप बैंक बाजार, पैसा बाजार, बजाज फिनसर्व, गूगल पे के माध्यम से घर बैठे अपना सिबिल स्कोर चेक कर सकते हैं. क्रेडिट स्कोर चेक करने के लिए आप नीचे दिए गए प्रोसेस को फॉलो कर सकते हैं. यहां पर हमने PaisaBazaar वेबसाइट का उपयोग किया है इसी प्रकार से आप दूसरी वेबसाइट का भी उपयोग कर सकते हैं आइए जानते हैं क्रेडिट स्कोर कैसे चेक किया जाता है.

  1. फ्री में अपना सिबिल स्कोर चेक करने के लिए पैसा बाजार की ऑफिशल वेबसाइट को ओपन करें.
  2. वेबसाइट के होमपेज से Check Credit Score Now पर क्लिक करें.
  3. इसके बाद गूगल प्ले स्टोर से इसकी मोबाइल एप्लीकेशन को डाउनलोड करें
  4. अब आपको अपने मोबाइल नंबर की सहायता से रजिस्ट्रेशन कर लेना है
  5. मोबाइल नंबर रजिस्ट्रेशन करने के बाद अब होमपेज से क्रेडिट Credit Score पर क्लिक करें
  6. इसके बाद अपने पर्सनल जानकारी जैसे अपना पूरा नाम, अपनी जन्मतिथि, डेट ऑफ बर्थ दर्ज करें,
  7. इसके बाद आपके मोबाइल नंबर पर एक otp आता है उस ओटीपी को वेरीफाई करें
  8. इसके बाद “Get your credit score” पर क्लिक करके सबमिट करें.
  9. अपनी सभी जानकारी सफलतापूर्वक भर देने के बाद एक नए पेज पर रीडायरेक्ट किए जाएंगे जहां पर आप का क्रेडिट स्कोर दिखाया जाएगा ,यही से आप अपनी क्रेडिट रिपोर्ट को भी डाउनलोड कर सकते हैं और credit report के पासवर्ड के रूप में आप अपनी डेट ऑफ बर्थ (DOB) का इस्तेमाल करेंगे, इस प्रकार से आप आसानी से अपना सिबिल स्कोर चेक कर सकते हैं

ध्यान दें: पैसाबाज़ार पर Cibil Score चेक करने से आप एक ही जगह पर कई ब्यूरो से अपनी क्रेडिट रिपोर्ट प्राप्त कर सकते हैं. ये सभी रिपोर्टें आपको मुफ्त में प्रदान की जाती हैं क्योंकि पैसाबाज़ार ने भारत में मौजूद सभी चार क्रेडिट ब्यूरो, सिबिल, इक्विफैक्स, सीआरआईएफ हाईमार्क और एक्सपीरियन के साथ पार्टनरशिप की हुई है. एक साथ आप इन सभी प्लेटफार्म का भी अपना क्रेडिट स्कोर पता कर पाएंगे.

क्रेडिट रिपोर्ट चेक कहां-कहां से कर सकते हैं?

क्रेडिट रिपोर्ट चेक करने के लिए आप निम्नलिखित तरीकों से चेक कर सकते हैं:

1.ऑनलाइन: आप भारत में क्रेडिट ब्यूरो कंपनियों जैसे CIBIL, Equifax और Experian की वेबसाइट पर जाकर अपनी क्रेडिट रिपोर्ट ऑनलाइन चेक कर सकते हैं। आपको कुछ पर्सनल जानकारी दर्ज करने की आवश्यकता होगी जैसे नाम, पता, पैन कार्ड नंबर, आधार कार्ड नंबर आदि। इसके बाद, आपको एक शुल्क भुगतान करना होगा। इनका उपयोग करके आप आसानी से अपना क्रेडिट रिपोर्ट देख सकते हैं.

2.ऑफलाइन: आप भी अपनी क्रेडिट रिपोर्ट का हार्ड कॉपी प्राप्त करने के लिए अपने निकटतम ब्रांच में जा सकते हैं। आपको अपनी पहचान प्रमाण पत्र (पैन कार्ड या पासपोर्ट) के साथ जमा करने की आवश्यकता होगी। कुछ क्रेडिट ब्यूरो फिजिकल कॉपी जारी करने के लिए चार्ज लेते हैं.

ईमेल: कुछ क्रेडिट ब्यूरो अपनी क्रेडिट रिपोर्ट की कॉपी ईमेल द्वारा भी प्रदान करते हैं। इसके लिए आपको उनकी वेबसाइट पर अपनी ईमेल आईडी दर्ज करनी होगी और एक शुल्क भी जमा करना होगा। कुछ प्लेटफार्म आपको फ्री में भी यह सुविधा प्रदान करते हैं जैसे पैसा बाजार बैंक बाजार बजाज फिनसर्व इत्यादि अन्य.

क्रेडिट ब्यूरो कंपनियों के नाम

क्रेडिट ब्यूरो : कंपनियों के नाम
एक्सपीरियन
ट्रांसयूनियन स्कोर
ईक्विफ़ाक्स क्रेडिट इनफॉर्मेशन्स प्राइवेट लिमिटेड (Equifax)
सीबीआई स्कोर
हाई मार्क अनालिटिक्स (Highmark Analytics)

क्रेडिट रिपोर्ट की जानकारी कैसे सही होती है?

क्रेडिट रिपोर्ट में दी गई जानकारी सही और आधिकारिक होती है यहां पर आपकी फाइनेंस हिस्ट्री को सटीकता से दर्शाया जाता है .इस जानकारी को आपके बैंक क्रेडिट कार्ड कंपनियों और अन्य फाइनेंस संस्थानों जैसे क्रेडिट ब्यूरो कंपनियों द्वारा संग्रहित किया जाता है.

क्रेडिट ब्यूरो कंपनी द्वारा संग्रहित की गई जानकारी में आपकी फाइनैंशल इतिहास, क्रेडिट कार्ड और लोन के भुगतान का रिकॉर्ड ,अनुपस्थितियों या अनियमितताओं के लिए धनराशि वसूली, निकासी या नगदी का उपयोग, अन्य वित्तीय उपकरणों का उपयोग, लोन और बटवारा इत्यादि अन्य जानकारी शामिल होती है।

अपनी क्रेडिट रिपोर्ट में सही जानकारी पता करने के लिए आपको किसी भी क्रेडिट स्कोर चेक करने वाली कंपनी से समय-समय पर अपना सिबिल स्कोर चेक कर लेना चाहिए.

आपको अपने लोन की भुगतान नियमित रूप से सही समय पर करनी चाहिए और अपने बैंक खातों को अच्छी तरह से मैनेज करना चाहिए.

ऐसा करने से आपक अधिकतम लोन ऑफर और क्रेडिट कार्ड के ऑफर मिल सकते हैं जो किसी भी इमरजेंसी में आपके काम आ सकते हैं.

क्रेडिट रिपोर्ट को डाउनलोड कहां-कहां से कर सकते हैं?

प्लेटफार्म का नामवेबसाइट
मायसिबिलhttps://www.cibil.com/
क्रेडिट मंत्रीhttps://www.creditmantri.com/
पैसा बाजार
बैंक बाजार
पॉलिसी बाजारhttps://www.policybazaar.com/
इक्विफैक्सhttps://www.equifax.com/
ट्रान्सयूनियन सीआईबीआईhttps://www.transunion.com/
क्रेड क्लबhttps://cred.club/
एक्सपीरियनwww.experian.in
आईसीआईसीआईwww.icicibank.com
एचडीएफसी बैंकwww.hdfcbank.com
एक्सिस बैंकwww.axisbank.com
इंडिया लेंड्सhttps://indialends.com/default-mobile
वन स्कोरhttps://www.onescore.app/
ईटी मनीhttps://www.etmoney.com/
फुलर्टन इंडियाhttps://www.fullertonindia.com/
बजाज मार्केटhttps://www.bajajfinservmarkets.in/freecreditreport/

क्रेडिट रिपोर्ट में क्या-क्या जानकारी होती है?

क्रेडिट रिपोर्ट में निम्नलिखित जानकारी होती है:

  • 1. व्यक्ति के नाम, पता, पैन कार्ड नंबर, आधार कार्ड नंबर जैसी जानकारी शामिल होती है यहां पर आपको कई प्रकार की जानकारी देखने को मिल जाएगी जिसके बारे में हमने नीचे बताया हुआ है:
  • 2. क्रेडिट स्कोर: यह एक ऐसी संख्या होती है जो आपकी क्रेडिट हिसाब गतिविधियों को दर्शाती है यह संख्या के भुगतान के इतिहास बकाया राशि विवरणी बिल और अन्य क्रेडिट खातों से संबंधित जानकारी के आधार पर तैयार की जाती है यह 300 से शुरू होकर 900 तक जाती है जहां पर 300 का मतलब खराब से है और वही 900 का मतलब बहुत बढ़िया से है.
  • 3. लोन अकाउंट की स्थिति : यह आपके लोन और क्रेडिट कार्ड हाथों की स्थिति को दर्शाती है जैसे कि कितनी उधार बाकी राशि है क्या अभी समय पर जमा की गई है और अगर नहीं तो कितने दिन बाद जमा की गई है ऐसी जानकारी यहां पर देखने को मिल जाती है.
  • 4. इतिहास: क्रेडिट रिपोर्ट में आपके पिछले कुछ सालों के क्रेडिट खातों का इतिहास भी शामिल होता है जहां से आप अपने हर साल का क्रेडिट इतिहास के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं.
  • 5. हमेशा वर्तमान में उपलब्ध क्रेडिट खातों की सूची: इस सूची में वर्तमान समय में चल रहे क्रेडिट कार्ड बिलों की जानकारी और लोन के बारे में जानकारी शामिल होती है.

इसके अलावा अन्य जानकारी भी यहां पर शामिल होती है दोस्तों आमतौर पर आपको क्रेडिट रिपोर्ट में व्यक्ति के नाम, पता, पैन कार्ड नंबर, आधार कार्ड नंबर, क्रेडिट स्कोर जैसी जानकारी देखने को मिल जाएगी.

क्रेडिट रिपोर्ट में स्कोर कैसे काम करता है?

क्रेडिट रिपोर्ट में स्कोर आपके क्रेडिट लिमिट के हिसाब से मैनेज किया जाता है यह एक न्यूनतम और अधिकतम सीमा के बीच का नंबर होता है जो आपके पिछले क्रेडिट नंबर पर आधारित होता है.

यह आपके क्रेडिट रिपोर्ट में दर्शाया जाता है जो आपकी क्रेडिट हिस्ट्री की स्थिति को दर्शाता है, आपका स्कोर क्रेडिट हिसाब के कई मामलों पर आधारित होता है जैसे कि आपके क्रेडिट कार्ड का उपयोग, आपके द्वारा लोन के भुगतान का इतिहास, आपके द्वारा जमा की गई राशि की उन्नति, लेट फीस, वर्तमान समय में चल रहे लोन और क्रेडिट कार्ड लाइन की संख्या इत्यादि अन्य शामिल होते हैं.

सबसे अधिक स्कोर 850 होता है अगर आप का स्कोर अच्छा है. अगर आप का क्रेडिट स्कोर इंशा है तो आपको क्रेडिट लोन लेने वाली बैंकों और फाइनेंस कंपनियों से लोन मिलने की संभावना अधिक हो जाती है यदि आपका स्कोर कम है तो आपके लिए लोन प्राप्त करना मुश्किल हो जाता है इसलिए आप को नियमित रूप से अपनी क्रेडिट रिपोर्ट की जांच करनी चाहिए और यदि सिबिल स्कोर आपका कम है तो उसे बढ़ाने की कोशिश करनी चाहिए.

क्रेडिट स्कोर कैसे बनाया जाता है?

क्रेडिट स्कोर का निर्धारण आवेदक व्यक्ति के क्रेडिट रिपोर्ट की जानकारी के आधार पर किया जाता है यह क्रेडिट रिपोर्ट उन सभी जानकारियों को शामिल करती है जो आवेदक के क्रेडिट हिसाब की जानकारी को दर्शाते हैं यहां पर हमने कुछ मुख्य बिंदुओं के माध्यम से जानकारी दी है जिनका उपयोग करके क्रेडिट स्कोर का निर्धारण समय पर किया जा सकता है. आइए जानते हैं क्रेडिट स्कोर को कैसे बनाया जा सकता है.

  • 1. क्रेडिट हिस्ट्री: आवेदक व्यक्ति की क्रेडिट हिस्ट्री यह दिखाती है कि उन्होंने पिछले क्रेडिट लेनदेन का पेमेंट कैसे किया है यदि आपने क्रेडिट पेमेंट को समय पर जमा किया है तो ऐसे में आप कैसी बिल्स को अधिकतम होगा.
  • 2. क्रेडिट बैलेंस: आवेदक के बैंक खाते की जमा राशि उनकी क्रेडिट हिस्ट्री को प्रभावित करती है आवेदक व्यक्ति का बैंक खाता जितना बड़ा होगा उतना ही अच्छा उनका क्रेडिट स्कोर होगा.
  • 3. क्रेडिट कार्ड बैलेंस: अगर आवेदक क्रेडिट कार्ड का उपयोग कर रहा है और आपकी क्रेडिट कार्ड में बकाया राशि है तो यह आपकी क्रेडिट स्कोर को प्रभावित कर सकती है इसलिए अपने क्रेडिट कार्ड का बिल समय पर जमा करें.
  • 4. क्रेडिट इन्क्विरी: जब कोई व्यक्ति क्रेडिट लेने के लिए आवेदन करता है तो उसकी क्रेडिट कोर पर भी इसका प्रभाव पड़ता है अधिक संख्या में क्रेडिट इंक्वायरी होने पर क्रेडिट स्कोर में गिरावट आ सकती है क्योंकि यह उपयोगकर्ता की क्रेडिट विश्लेषण की एक नकारात्मक दृष्टि को दिखाता है इसलिए आपको अधिक हार्ड इंक्वारी वाली प्लेटफार्म से अपना सिबिल स्कोर चेक नहीं करना चाहिए
  • 5.क्रेडिट कार्ड और लोन का प्रकार: क्रेडिट स्कोर को यह भी प्रभावित कर सकता है कि उपयोगकर्ता ने कौन से प्रकार के क्रेडिट या लोन का उपयोग किया है। जीवन बीमा या आवास लोन जैसे सुरक्षित लोन उपयोगकर्ता की क्रेडिट स्कोर को प्रभावित कर सकते हैं.
  • 6. क्रेडिट इतिहास की लंबाई: क्रेडिट स्कोर को उपयोगकर्ता के क्रेडिट इतिहास की लंबाई पर भी प्रभाव पड़ सकता है। यदि उपयोगकर्ता का क्रेडिट इतिहास लंबा है और उसने पिछले क्रेडिट और लोन पेमेंट को समय पर किया है, तो उसके क्रेडिट स्कोर में सकारात्मक प्रभाव होगा.

क्रेडिट स्कोर के अलग-अलग टाइप्स क्या होते हैं?

क्रेडिट स्कोर के अलग अलग टाइप निम्नलिखित हो सकते हैं :

  • 1. फिक्स्ड फॉर्मुला स्कोर – यह स्कोर सबसे ज्यादा प्रयुक्त होने वाला स्कोर है जो एक फिक्स्ड फॉर्मुले के अनुसार गणना किया जाता है। यह स्कोर क्रेडिट ब्यूरो के द्वारा जारी किया जाता है और यह क्रेडिट रिपोर्ट में दिखाई देता है।
  • 2. रियल टाइम स्कोर – इस स्कोर को रियल समय पर जारी किया जाता है। इस स्कोर को लेनदेन के समय के आधार पर अद्यतन किया जाता है।
  • 3. एडवांस्ड स्कोर – इस स्कोर को क्रेडिट ब्यूरो द्वारा जारी किया जाता है। इस स्कोर का उपयोग बैंक और अन्य फाइनेंस कंपनियों द्वारा लोन के अनुमानित मान का निर्धारण करने के लिए किया जाता है।
  • 4. कस्टम स्कोर – क्रेडिट ब्यूरो विशेषाधिकार और अधिकृत ग्राहक को एक विशेष फॉर्मुले द्वारा स्कोर जारी करते हैं
  • 5. हाइब्रिड स्कोर (Hybrid Score) – क्रेडिट स्कोर के एक विशेष प्रकार है जो फिक्स्ड फॉर्मुले स्कोर (Fixed-Formula Score) और वास (Weighted Application Score) का मिश्रण होता है। हाइब्रिड स्कोर का उद्देश्य उत्पादक कंपनियों को एक स्थिर क्रेडिट स्कोर प्रदान करना होता है जो ग्राहकों की क्रेडिट वित्तीय तथ्यांकों के विश्लेषण से निर्धारित होता है।

क्रेडिट स्कोर को बढ़ाने के लिए क्या करें?

क्रेडिट स्कोर को बढ़ाने के लिए कुछ उपाय हैं जो निम्नलिखित हैं:

  • 1. नियमित भुगतान: अपनी लोन या क्रेडिट कार्ड की भुगतान समय पर करने से आपका क्रेडिट स्कोर बढ़ता है।
  • 2. क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल: अधिक क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल करने से आपका क्रेडिट स्कोर घटता है। इसलिए, केवल आवश्यकतानुसार ही क्रेडिट कार्ड का उपयोग करें।
  • 3. क्रेडिट रिपोर्ट को नियमित रूप से जांचें: अपनी क्रेडिट रिपोर्ट को नियमित रूप से जांचते रहना चाहिए ताकि आप अपने विवरणों में कोई गलती या अन्य त्रुटि का पता लगा सकें और उन्हें सही कर सकें।
  • 4. नए क्रेडिट एप्लिकेशन को कम करें: नए क्रेडिट एप्लिकेशन करने से पहले अधिक से अधिक जानकारी प्राप्त करें। एक ही समय में अनेक एप्लिकेशन सबमिट करना आपके क्रेडिट स्कोर को कम कर सकता है.
  • 5. लंबी क्रेडिट हिस्ट्री बनाएं: लंबी क्रेडिट हिस्ट्री बनाने से भी क्रेडिट स्कोर बढ़ता है। अपने पुराने लोन या क्रेडिट कार्ड बिल को समय पर जमा करें

लंबी क्रेडिट हिस्ट्री बनाने के लिए निम्नलिखित टिप्स उपयोगी हो सकते हैं:

  • 1. नए क्रेडिट खाते नहीं खोलें: नए क्रेडिट खाते खोलने से पहले आपके क्रेडिट रिपोर्ट पर हार्ड इन्क्वारी की जांच की जाती है, जो आपके स्कोर को कम कर सकती है.
  • 2. समय पर भुगतान करें: क्रेडिट कार्ड या लोन के भुगतान को समय पर करने से आपकी क्रेडिट हिस्ट्री बढ़ती है जो आपके स्कोर को बढ़ाती है.
  • 3. क्रेडिट उपयोग को कम करें: अधिक क्रेडिट उपयोग करने से आपके स्कोर पर असर पड़ता है। आपका क्रेडिट उपयोग आपकी क्रेडिट लिमिट का 30% से ज्यादा नहीं होना चाहिए।
  • 4. गलत जानकारी को सुधारें: कभी-कभी क्रेडिट रिपोर्ट में गलत जानकारी शामिल होती है। अपनी जानकारी को नियमित रूप से जांचें और कोई गलती मिलने पर उसकी तुरंत कंप्लेंट करें.

अगर आप यहां पर बताए गए सभी उपायों को फॉलो करते हैं तो फिर आप आसानी से अपने क्रेडिट कोर को बढ़ा सकते हैं.

क्रेडिट स्कोर कम होने पर क्या करें?

आपका क्रेडिट स्कोर कम हो रहा है तो निम्न उपाय अपना सकते हैं:

  • 1. नियमित भुगतान करें
  • 2. क्रेडिट लिमिट कम करें
  • 3. समय पर भुगतान करें
  • 4. क्रेडिट रिपोर्ट की जांच करें
  • 5. क्रेडिट कार्ड का उपयोग कम करें
  • इन उपायों को अपनाकर आप अपना क्रेडिट स्कोर बढ़ा सकते हैं।

इम्पोर्टेन्ट लिंक

Faq : Credit Report Online Kaise Check Kare

  1. क्रेडिट स्कोर क्या होता है?

    क्रेडिट को एक नंबर होता है जो आपकी वित्तीय गतिविधियों का अनुमान लगाने के लिए उपयोग किया जाता है। क्रेडिट स्कोर का अंक सीमा 300 से 900 तक होता है, जहां 900 सबसे अधिक और 300 सबसे कम होता है।

  2. 0 क्रेडिट स्कोर क्या होता है?

    जब किसी व्यक्ति का कोई क्रेडिट रिपोर्ट नहीं होता है या उसके वित्तीय गतिविधियों पर कोई नजर नहीं होती है, तो उसका क्रेडिट स्कोर शून्य होता है। इस स्थिति को New Credit User भी कहा जाता है.

  3. सबसे जल्दी कौन सी क्रेडिट ब्यूरो कंपनी सिबिल स्कोर चेक करके देती है

    सभी क्रेडिट ब्यूरो कंपनियां अपनी वेबसाइट और एप्लिकेशन के माध्यम से क्रेडिट रिपोर्ट और सिबिल स्कोर प्रदान करती हैं। हालांकि, कुछ कंपनियां अपने सेवाओं को तेज करने के लिए जानी जाती हैं। उदाहरण के लिए, TransUnion क्रेडिट ब्यूरो कंपनी सिबिल स्कोर की रिपोर्ट सबसे पहले चेक करके देती है.

  4. मैं अपने क्रेडिट स्कोर को कम किए बिना कैसे चेक कर सकता हूं?

    क्रेडिट स्कोर की सॉफ्ट कॉपी का उपयोग करने से आपका सिबिल स्कोर खराब नहीं होगा. अगर आप हार्ड कॉपी का इस्तेमाल करेंगे ऐसे में आपका सिविल्स को कम हो सकता है.

  5. क्रेडिट रिपोर्ट कौन बनाता है?

    क्रेडिट रिपोर्ट को इक्विफैक्स, ट्रांसयूनियन और एक्सपेरियन क्रेडिट ब्यूरो के माध्यम से बनाया जाता है. क्रेडिट ब्यूरो की रिपोर्ट में आपके भुगतान इतिहास, आपके पास कितना क्रेडिट है और आप कितना उपयोग करते हैं, और अन्य पूछताछ और जानकारी शामिल होती है.

  6. क्रेडिट स्कोर कितने दिन में अपडेट होता है?

    क्रेडिट स्कोर हर महीने अपडेट होता है लेकिन यह रियल टाइम में अपडेट नहीं होता. इसे अपडेट होने में 30 से 45 दिनों का समय लग जाता है.

  7. सिविल खराब होने पर लोन कैसे मिलेगा?

    सिबिल स्कोर खराब होने पर एनबीएफसी कंपनी का इस्तेमाल किया जा सकता है क्योंकि ये कम क्रेडिट वाले व्यक्तियों को भी लोन दे देती है हालांकि एनबीएफसी कंपनी से लोन लेने पर ब्याज दर थोड़ा सा अधिक होता है लेकिन आप यहां से लोन के लिए आवेदन ऑनलाइन कर सकते हैं.

  8. क्रेडिट रिपोर्ट कैसे बनाई जाती है?

    क्रेडिट रिपोर्ट को किसी एक क्रेडिट ब्यूरो द्वारा तैयार किए गए क्रेडिट एनालिसिस करने के बाद तैयार किया जाता है. क्रेडिट ब्यूरो आपके बारे में वित्तीय जानकारी एकत्र करते हैं और उस जानकारी के आधार पर क्रेडिट रिपोर्ट बनाते हैं.

  9. क्या मेरे पास 900 क्रेडिट स्कोर हो सकता है?

    जी नहीं 900 क्रेडिट स्कोर का होना संभव नहीं है वर्तमान समय में हमारे देश में मात्र एक परसेंट लोगों का सिविल स्कोर 850 के आसपास है और यह भी समय-समय पर बदलता रहता है.

  10. अपना खुद का क्रेडिट स्कोर कैसे देखें?

    अपना खुद का सिबिल स्कोर चेक करने के लिए आप पैसा बाजार, बैंक बाजार, पॉलिसी बाजार, बजाज फिनसर्व, ईटी मनी जैसी मोबाइल एप्लीकेशन या इनकी वेबसाइट का इस्तेमाल कर सकते हैं और यहां पर अपनी जानकारी एंटर करके आसानी से Cibil Score को देख सकते हैं.

  11. सिबिल स्कोर कितने दिन में ठीक होता है?

    सिबिल स्कोर को ठीक होने में 30 से 45 दिनों का समय लगता है अगर आपकी सिबिल रिपोर्ट में कोई गलती या त्रुटि हो गई है तो ऐसे में ऑफिस की कंप्लेंट Cibil की ऑफिशयल वेबसाइट पर कर सकते हैं.

  12. क्रेडिट स्कोर कब बनता है?

    जब आप लोन लेते हैं या फिर कोई क्रेडिट कार्ड लेते हैं और उसका भुगतान करते हैं तब आपका सिबिल स्कोर बनना शुरू हो जाता है यह आपकी क्रेडिट हिस्ट्री और रिकॉर्ड से तय किया जाता है.

  13. गूगल मेरा सिबिल स्कोर क्या है?

    गूगल पर आप सिविल कोड चेक करने के लिए आप myCIBIL की ऑफिशियल वेबसाइट पर लॉगिन करके अपना अकाउंट बनाकर check credit score now पर क्लिक करके आसानी से अपना सिबिल स्कोर चेक कर सकते हैं.

  14. क्रेडिट रिपोर्ट कितनी दूर जाती है?

    एक क्रेडिट रिपोर्टिंग कंपनी विशेष तौर पर 7 सालों के लिए सबसे नकारात्मक जानकारी की रिपोर्ट पेशकश कर सकती है. किसी मुकदमे या आपके खिलाफ निर्णय के बारे में जानकारी सात साल तक या सीमाओं के क़ानून के समाप्त होने तक, जो भी अधिक हो, रिपोर्ट की जा सकती है।

  15. लोन के लिए सिविल कितनी होनी चाहिए?

    लोन लेने के लिए आपका सिबिल स्कोर 750 से अधिक होना चाहिए यह अलग-अलग क्रेडिट को और लोन पर अलग अलग हो सकता है.

सिबिल स्कोर से सम्भंधित आर्टिकल

निष्कर्ष

आपकी फाइनेंसियल कंडीशन का मूल्यांकन करने के बाद आपकी क्रेडिट स्कोर एक अहम मापदंड होता है एक अच्छा क्रेडिट स्कोर और आपको डेंगू फाइनेंस कंपनियों और अन्य किसी भी एनबीएफसी कंपनी से लोन देने में मदद करता है क्रेडिट स्कोर कम होने के कई कारण हो सकते हैं, जैसे अधिक उधार लेट पेमेंट भुगतान इत्यादि. क्रेडिट स्कोर को बढ़ाने के लिए आप नियमित रूप से भुगतान करें, क्रेडिट कार्ड का उपयोग सावधानीपूर्वक करें, नए क्रेडिट उत्पादों के लिए आवेदन करने से पहले ध्यानपूर्वक विचार करें और लंबी क्रेडिट हिस्ट्री बनाएं इत्यादि।

इस आर्टिकल में आपने पढ़ा:

  • क्रेडिट रिपोर्ट क्या होता है?
  • क्रेडिट रिपोर्ट क्यों महत्वपूर्ण होता है?
  • क्रेडिट रिपोर्ट को कैसे चेक करें?
  • क्रेडिट रिपोर्ट की जानकारी कैसे सही होती है?
  • क्रेडिट रिपोर्ट में क्या-क्या जानकारी होती है?
  • क्रेडिट रिपोर्ट में स्कोर कैसे काम करता है?
  • क्रेडिट स्कोर क्या होता है?
  • क्रेडिट स्कोर कैसे बनाया जाता है?
  • क्रेडिट स्कोर के अलग-अलग टाइप्स क्या होते हैं?
  • क्रेडिट स्कोर को बढ़ाने के लिए क्या करें?
  • क्रेडिट स्कोर कम होने पर क्या करें?

उम्मीद करता हूं यह जानकारी आपको बेहद पसंद आई होगी अगर आपके मन में किसी भी तरह का सवाल आ रहा है तो नीचे कमेंट कर सकते हैं दोस्तों इस आर्टिकल को कंप्लीट पढ़ने के बाद आप नीचे फीडबैक अवश्य दीजिए आपको यह आर्टिकल कैसा लगा?

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हम लोनपाए टीम है, जिसमे कार्य करने वाले फाइनेंस, बैंकिंग, शेयर मार्केट और ऋण की विशेष रूप से जानकारी रखते है, और B. Tech. M.A. Commerce, Financial तक की पढाई कर चुके है, हमारा मकसद सिर्फ इतना है की जो हमने पिछले 4 साल में सीखा है। बैंक, लोन और फाइनेंस के फील्ड में काम करते हुए, उसको सही ढंग से आपके साथ साझा किया जाये.

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